How to manage board exam stress: 10वीं और 12वीं कक्षा में स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। बोर्ड परीक्षाओं के दौरान स्टूडेंट्स को एग्जाम स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है। स्ट्रेस की वजह से स्टूडेंट्स का परीक्षा के प्रदर्शन पर असर पड़ता है। इसलिए एग्जाम स्ट्रेस को सही तरीके से मैनेज करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम बोर्ड परीक्षा के समय होने वाले तनाव को मैनेज करने के बारे में विस्तार से जानेंगे।
अच्छे से परीक्षा की तैयारी करें
बोर्ड परीक्षा के समय स्ट्रेस को मैनेज करने का पहला कदम है- अच्छी तैयारी का अभ्यास करना। स्टूडेंट्स को पहले से ही पढ़ाई की शुरुआत करनी चाहिए, ताकि वे परीक्षा के दिनों में तनाव में न रहें। एक अच्छे स्टडी प्लान के अंतर्गत सारे सब्जेक्ट्स को टाइम टेबल के अनुसार पढ़ना चाहिए, ताकि हर विषय को बराबरी में ध्यान दिया जा सके।
संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लें
बोर्ड परीक्षा का तनाव कम करने के लिए अच्छी तरह से संतुलित आहार लेना और पर्याप्त नींद लेना अच्छे उपाय माने जाते हैं। सही आहार और पर्याप्त नींद से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधारता है, जिससे पढ़ाई में भी सुधार होता है। ताजगी भरा भोजन और 7-8 घंटे की नींद लेना स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है और छात्रों को परीक्षा की अच्छी तैयारी करने के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।
प्रश्नपत्र का पैटर्न समझें
डर की मुख्य वजह अज्ञानता होती है। इसलिए अज्ञानता को दूर करने के लिए छात्रों के लिए परीक्षा के पैटर्न को समझना महत्वपूर्ण है। पिछले सालों के क्वेश्चन पेपर्स का अध्ययन करना और उनके पैटर्न को समझना छात्रों को स्वयं को अच्छे से तैयार करने में मदद करता है। इससे छात्रों को परीक्षा के दिन अच्छा महसूस होता है, क्योंकि उन्हें यह आत्म-विश्वास मिलता है कि वे पहले से ही प्रश्नपत्र के पैटर्न को समझ चुके हैं। प्रश्नपत्रों को हल करने का जितना अधिक अभ्यास करेंगे स्टूडेंट्स के मन में परीक्षा को लेकर तनाव उतना ही कम रहेगा।
टाइम मैनेजमेंट करें
एग्जाम स्ट्रेस को कम करने का एक और महत्वपूर्ण पहलू है- टाइम मैनेजमेंट। छात्रों को अपने समय को सही तरीके से व्यवस्थित करना चाहिए, ताकि वे हर विषय के लिए पर्याप्त समय निकाल सकें। अधिकांश तनाव इसी से उत्पन्न होता है, क्योंकि स्टूडेंट्स समय के बारे में अधिक सोचते हैं और उन्हें लगता है कि उनके पास पर्याप्त समय नहीं है। परीक्षा शुरू होने तक जितना समय बचा है, उसी के हिसाब अपनी तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाने और उसे फॉलो करने से तैयारी मजबूत होती जाएगी। अच्छी तैयारी होने पर स्टूडेंट्स के मन में एग्जाम स्ट्रेस भी नहीं होगा।
हमेशा सकारात्मक सोच रखें
छात्रों को सकारात्मक सोच बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। स्टूडेंट्स को अपनी सफलता की दिशा में सोचना चाहिए और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पूरी तरह से समर्पित रहना चाहिए। आत्म-समर्पण और सकारात्मक सोच का संयोजन स्ट्रेस को दूर करने में मदद करता है और छात्रों को आत्मविश्वास दिलाता है कि वे किसी भी स्थिति में सफल हो सकते हैं।
स्वयं की देखभाल करें
अपने मूल्यांकन पर हर किसी को स्ट्रेस होना स्वाभाविक है। बोर्ड परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए छात्रों को स्वयं की देखभाल करना बहुत महत्वपूर्ण है। योग, ध्यान और प्राणायाम के माध्यम से छात्र स्वयं को सांत्वना देने का तरीका सीख सकते हैं। ये तकनीकें मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती हैं और तनाव को कम करती हैं।
समय निकाल कर थोड़ा सुस्ता लें
छात्रों को समय-समय पर थोड़ी सी सुस्ती और रिलैक्स करने की आवश्यकता है। लंच या छुट्टी के दौरान छात्र थोड़ी देर के लिए रिलैक्स होकर नए ऊपरी विचार प्राप्त कर सकते हैं और यह स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है। परीक्षा नजदीक है, इसलिए हमेशा तैयारी में लगे रहने से थकावट हो जाती है। ऐसे में बीच-बीच में समय निकालकर सुस्ताने दिमाग को आराम मिलता है। जिसके बाद दिमाग फिर से अच्छी तरह से फंक्शन करना शुरू कर देता है।
इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हमने देखा कि बोर्ड परीक्षा के समय स्ट्रेस मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के लिए कितना महत्वपूर्ण है। तैयारी के लिए एक अच्छा प्लान, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, सकारात्मक सोच, आत्म-समर्पण, और टाइम मैनेजमेंट छात्रों को स्ट्रेस से बचाने में मदद कर सकते हैं। इन तकनीकों को अपनाकर छात्र अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफलता प्राप्त कर सकते हैं और परीक्षा के दौरान आत्म-सुधार का अनुभव कर सकते हैं।